शेरगढ़, बाप, फलोदी, बालेसर और लोहावट क्षेत्र से टिड्डियों का खात्मा नहीं हो पा रहा है। इन दिनों पंचायत चुनावों का दौर है लेकिन गांवों में सिर्फ टिडि्डयां ही चर्चा में हैं। किसान सुबह से शाम तक इसी चिंता में डूबे हुए हैं कि सुबह उठेंगे तब खेत में फसल बचेगी या नहीं। ऐसे समय में प्रत्याशी भी ग्रामीणों को अपनी बात नहीं समझा पा रहे। पिछले एक सप्ताह से लगातार टिडि्डयां एक से दूसरे गांव की उड़ान भर रही हैं। जिस खेत में पड़ाव डालती हैं, वहां फसलें चट कर देती हैं।
शेरगढ़ क्षेत्र में पूर्ण रूप से टिड्डियों पर नियंत्रण नहीं हो पाया। यहां बार-बार टिड्डी दल पहुंच रहा है। सोमवार को भोमसागर गांव में टिड्डी दल पहुंचा। रविवार को भी बड़ी संख्या में टिड्डियां आईं। करीब 2 किलोमीटर के दायरे में टिड्डी दल आने से आसमान में मानो कोई तूफान आ गया हो। कासुराम नगर में कई किसानों के खेतों में फसलों को नुकसान पहुंचाया। इसी प्रकार तेना गांव की सरहद में खेतों में खड़ी जीरा, रायड़ा, मेथी, गेहूं और राई की फसल को नुकसान पहुंचाया। जीएसएस खिरजां के उगमसिंह ने बताया कि खिरजां खास और उत्तमसिंह नगर में टिड्डी दल ने खेतों में खड़ी फसलों पर हमला कर दिया। ग्रामीण कहीं थाली बर्तन बजा रहे तो कहीं धुआं करके भगाने का जतन कर रहे हैं।
10-12 किमी में ढोल बज रहे, टिड्डी भी वापस आ रही
कलाऊ क्षेत्र में सोमवार को टिडि्डयों का पड़ाव रहा। किसान अपने खेतों से उड़ाने में नींद नहीं ले पा रहे। वे आगे से आगे उड़ा रहे हैं। जहां पड़ाव होता है, वहां से घूम-फिरकर वापस उन्हीं गांवों में पहुंच जाती हैं। पटवारी चेतन पूनिया ने बताया कि सोमवार सुबह कलाऊ, सारणनगर, केसरगढ़, राणासर, विशननगर, हेमनगर, नयासरा, रामसर, कनोडिया महासिंह आदि गांवों में टिड्डी दल था। प्रशासन भी टिड्डी नियंत्रण में जुटा रहा।
विधायकों ने खेतों की हालत देखी, मुआवजा का आश्वासन दिया
लोहावट विधायक किसनाराम विश्नोई ने सोमवार को भोजाकोर, दयाकोर, कुशलावा, देवनगर, चंपावतनगर, हड़माननगर आदि गांवों का दौरा किया। उन्होंने मुआवजा दिलाने का आश्वासन दिया। शेरगढ़ विधायक मीना कंवर, पीसीसी सदस्य उम्मेदसिंह राठौड़ ने मोकमगढ़, मेहताबगढ़, केतू, धीरपुरा, खिरजा खास समेत अन्य गांवों का जायजा लिया।