पाकिस्तान से करोड़ों की तादात में आ रहे घुसपैठियों(टिडि्डयों) ने भारतीय किसानों को बर्बाद कर रख दिया है। इनकी आवक थमने का नाम नहीं ले रही है। पाकिस्तान से बड़ी संख्या में आई टिडि्डयां पश्चिमी राजस्थान के खेतों पर कहर बन कर टूट पड़ी है। अभी तक पहली वाली टिडि्डयों पर काबू पाया नहीं जा सका है और सीमा पार कर करोड़ों टिडि्डयों का अब तक का सबसे बड़ा समूह बाड़मेर में प्रवेश कर गया है। यह समूह खेतों में भारी तबाही मचा किसानों को बर्बाद कर रख देगा।
सीमावर्ती गडरा रोड व गागरिया क्षेत्र से घुसा यह टिड्डी दल दूर से घने बादलों के समान नजर आ रहा था। ऐसा लग रहा था मानो पाकिस्तान की तरफ से बादल उमड़ कर चले आ रहे है। इन बादलों के नजदीक आने पर लोगों को अहसास हुआ कि ये घने बादल नहीं होकर टिडि्डयों का समूह है। बताया जा रहा है कि यह अब तक का सबसे बड़ा समूह है। हवा की दिशा बदलने के साथ ही इस दल ने भारतीय सीमा में प्रवेश कर लिया। अब यह दल बाड़मेर की तरफ बढ़ रहा है। यदि इसे समय रहते काबू नहीं किया गया तो यह पहले से बर्बाद हो चुके किसानों की बचीखुची उम्मीदों को धराशायी कर देगा।
टिड्डी से निपटने की खुली पोल
टिड्डी से राजस्थान के 32 में से 10 जिलों के 6364 गांव प्रभावित है। इन जिलों में टिडि्डयां करोड़ों की फसल को चट कर चुकी है। केंद्र सरकार के टिड्डी चेतावनी संगठन विभाग की भी 26 साल बाद हुए टिड्डी हमले से तैयारियों की पोल खुल गई है। छह माह से न टिड्डी नियंत्रण हुई और न ही किसानों की फसलों को बचा पाए। पाकिस्तान से टिड्डी दलों के आने का खतरा कम होने की बजाय अब लगातार बढ़ रहा है। जुलाई में टिडि्डयों ने पहला हमला बोला था। उससे खरीफ की फसल चौपट हो गई थी। उस समय समस्या विकराल रूप धारण नहीं कर पाई थी। लेकिन अब हालात पूरी तरह से बिगड़ चुके है। परिस्थितियां अनुकूल होते ही पाकिस्तान में बड़ी संख्या में टिड्डी पनप गई और उन्होंने भारत के सरहदी क्षेत्रों में हमला बोल दिया। यह हमला लगातार जारी है।
सही साबित हो रही है पाकिस्तान की आशंका
भारत में पाकिस्तान से टिडि्डयों के हमले का खतरा अभी तक निपटा नहीं है और वहां से एक और बड़े हमले की चिंता सता रही है। राजस्थान सीमा से सटे पाकिस्तान के सिंध प्रांत के मुख्यमंत्री सैयद मुराद अली शाह ने गत सप्ताह बड़े टिड्डी हमले की आशंका जताई थी। उनकी यह आशंका टिडि्डयों के ताजा समूह को देखते हुए एकदम सही साबित होती नजर आ रही है।