बाप : गाजे-बाजे के साथ निकली कलश यात्रा, भागवत कथा शुरू

कस्बे में बुधवार को जल कलश यात्रा के साथ ही सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा शुरू हुई। कथा आदर्श विद्या मंदिर स्कूल परिसर में 12 से 4 बजे तक चलेगी। सुबह 11 बजे गायत्री मंदिर से कथा स्थल तक गाजे-बाजे के साथ जलकलश यात्रा निकाली। युवतियां व बालिकाएं सिर पर जल कलश लिए व महिलाएं मंगल गीत गाते हुए चल रही थीं। भागवत पोथी मोहनलाल पालीवाल सिर पर उठाएं हुए थे। कथा के पहले दिन संत सियाराम महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा संसार का सर्वश्रेष्ठ सत्कर्म है, जो भाग्योदय होने पर ही प्राप्त होता है। भागवत अर्थात भक्ति, ज्ञान, वैराग्य व तप प्रदान करने का सबसे बड़ा माध्यम है। भगवान की लीला अपरंपार है। वे अपनी लीलाओं के माध्यम से मनुष्य व देवताओं को धर्मानुसार आचरण करने के लिए प्रेरित करते हैं। इस दौरान संत चंद्रशेखर महाराज भेलू, किशनलाल पालीवाल, जगदीश शर्मा, मोहनलाल भैय्या, श्रीगोपाल चांडक, स्वरूपचंद राठी, रामचंद्र पालीवाल, मांगीलाल कुमावत, आसकरण पालीवाल, तुलछीराम पालीवाल, मांगीलाल पालीवाल, रमेश आदि मौजूद थे।